Hamari nind subjective question हमारी नींद प्रश्न उत्तर
Hamari nind subjective question हमारी नींद सब्जेक्टिव क्वेश्चन
इस लेख में Hamari nind subjective question - हमारी नींद सब्जेक्टिव क्वेश्चन दिया गया है। तो यदि आप Class 10th में है और मैट्रिक का Exam देने वाले है तो इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें। ताकि आप परीक्षा में अच्छे अंक पा सकें।
Class 10 hindi subjective, Class 10th hindi subjective question 2023, Class 10th hindi subjective question bihar board, Class 10 hindi ncert subjective 10 class hindi question answer, Class 10th subjective questions
Class 10th hindi chapter 9 subjective question
1. कविता के प्रथम अनुच्छेद मे कवि ने एक बिम्ब की रखना करता है। उसे स्पष्ट करे।
उत्तर: कविता के प्रथम अनुच्छेद मे कवि एक बिंब की रखना करते हुए कहा है कि- "मानन जीवन एक बीज की तरह है। बीज जिस तरह अपनी कठोर परतों को तोड़कर बाहर निकल जाता है, ठीक उसी प्रकार माजव जीवन भी विपरीत परिस्थितियों मे अपना विकास कर लेता है।"
उत्तर: मक्खी के जीवन क्रम का कवि द्वारा उल्लेख किए जाने का कआशय यह है कि- "मक्खी की तरह गरीब जनता का जीवन भी अत्यंत ही तुच्छ होता है। गरीबी मे पैदा होने वाला कुछ गरीब या तो अपनी दीनता के कारण समय से पहले ही मर जाते है या दंगे-फसाद मे मार दिये जाते है।
उत्तर: कवि गरीब बसतियों का उल्लेख इसलिए करता हैं क्योंकि कवि ने गरीब बस्तियों के उल्लेख के माध्यम से यहाँ की विद्रूपताओं और विडंबनाओं का चित्रण किया है।
4. कवि किन अत्याचारियों का और क्यों जिक्र करता है? उत्तर: कवि जीवन के तमाम सुविधाओं का संग्रह करने वाले और उसके लिए भ्रष्टाचार एवं शोषण करने वाले लोगों का अत्याचारियों के रूप मे जिक्र किया है। क्योंकि कवि इसके माध्यम से देश के नेता ठीकेदारों और अधिकारियों पर प्रश्न खड़ा किया है।
उत्तर: इनकार करना न भुलने वाले आराम पसंद्, साधन संपन्न और लापरवाह लोग है जो जीवन के तबाह करने वाली परिस्थितियों का न तो समर्थन करते है, न विरोध ।
उत्तर: नींद जड़ता, लापरवाही एवं निकृष्टता का पप्रतीक है। यह हमारे विषय मे बाधक है। यह गतिशीलता का विरोधी है। परन्तु हमारा जीवन इन सबके बावजूद आगे बढ़ता रहता है। हमारी नींद यदि विकाश की बाधक है तो हमारा जीवन भी उन सब बाधाओं की परवाह किए बगैर बढ़ता रहता है। अतः इस कविता का शीर्षक 'हमारी नींद' सार्थक है।
उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तिका गोधूलि, भाग - 2 के कविता ' हिमारी नींद ' से लिया गया है। इसके कवि वीरेन डंगवाल जी है।
इस पंक्ति में कवि ने उन लोगों का चित्र खींचा है जो गरीब बस्तियों में जाकर अपनी स्वार्थसिद्धि के लिए देवी जागरण जैसे महोत्सव का आयोजन करते हैं। कवि कहते हैं कि आज भी हमारे समाज में कुछ ऐसे स्वार्थी लोग हैं जिनके हृदय में गरीबों के प्रति हमदर्दी नहीं है। केवल उनसे समय-समय पर झूठे वादे करते हैं । नेता, पूँजीपति एवं अत्याचारी ये सभी गरीबों की आंतरिक व्यथा से खिलवाड़ कर उनकी विवशता से लाभ उठाते हैं।
उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तिका गोधूलि, भाग - 2 के कविता ' हिमारी नींद ' से लिया गया है। इसके कवि वीरेन डंगवाल जी है। इस पंक्ति के द्वारा कवि वैसे लोगों का चित्रण किया है जो आरामदायक जीवन पसंद करते हैं।
प्रस्तुत पंक्ति में कवि कहते हैं कि जीवन- क्रम कभी रुकता नहीं है। समय का चक्र के समान बिना किसी की प्रतीक्षा किये हुए अनवरत आगे बढ़ता रहता है। यदि हमारे समाज का कोई व्यक्ति आराम का जीवन पसंद करता है तो कहीं एक पक्ष जरूर ऐसा भी होता है जिसका सिलसिला हमेशा आगे बढ़ते जाता है जो कर्मवाद का संदेश देता है।
उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तिका गोधूलि, भाग - 2 के कविता ' हिमारी नींद ' से लिया गया है। इसके कवि वीरेन डंगवाल जी है। इस पंक्ति के द्वारा कवि ने सामाजिक अत्याचारियों की करतूतों का पर्दाफाश किया है। आज हमारे समाज में अनेकों लोग हैं जो अपनी जिंदगी को आरामतलबी बना लिये हैं । ऐसी जिंदगी समाज और राष्ट्र के लिए खतरनाक परिस्थिति में रहती है और इन्हीं में से कुछ लोग ऐसे हैं जो इनकी विवशता का लाभ उठाने के लिए गलत अंजाम देने में पीछे नहीं हटते हैं । अत्याचारी आंतरिक और बाह्य रूप से अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए सभी प्रकार के साधन अपनाते हैं।
Bihar board matric exam 2023 subjective question
Bihar Board class 10 hindi subjective, Bihar board class 10th hindi subjective, Bihar board class 10th hindi subjective question 2023, Bihar board solution class 10 hindi subjective, Bihar board class 10th hindi subjective question, Bihar board class 10 hindi subjective, Bihar board class 10th hindi subjective question answer, Bihar board solution class 10th hindi subjective
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें